देख न ले कोई, मिटाता हूं, तस्वीर तेरी बना कर। देख न ले कोई, मिटाता हूं, तस्वीर तेरी बना कर।
ताकत अपनी भुजाओं में रखते लक्ष्य निगाहों में कोमल हैं कमजोर नहीं शौर्य हैं, हम शक्ति ताकत अपनी भुजाओं में रखते लक्ष्य निगाहों में कोमल हैं कमजोर नहीं शौर्य ...
यहाँ अपने-अपने स्तर पर, हर क्षण घोटाले होते हैं। यहाँ अपने-अपने स्तर पर, हर क्षण घोटाले होते हैं।
बातें. हाँ शायद मैं इन्ही बातों में आ गई। बातें. हाँ शायद मैं इन्ही बातों में आ गई।
जो तू करता शुभ ही करता, क्या मांगू तुझसे हे पालनहारा। जो तू करता शुभ ही करता, क्या मांगू तुझसे हे पालनहारा।
पर तेरी अनुपम कृति पर प्रभु, विकट राक्षस की छाया है पर तेरी अनुपम कृति पर प्रभु, विकट राक्षस की छाया है